मेरी शुरू से ही हाइट-पर्सनलिटी अच्छी थी इसलिए मेरे नाना तो मुझे मॉडल कहकर ही पुकारते थे। उनका सपना भी था कि मैं एक दिन बड़ी एक्ट्रेस और मॉडल बनूं। आज वो मेरे साथ नहीं पर उनके सपने को मैं साकार करती नजर आ रही हूं। ये सब कहना था तुषार कपूर की अपकमिंग मूवी "मारीच' में एक अहम रोल प्ले कर रहीं जोधपुर की मोनिका पुरोहित का। यह मूवी अगले साल रिलीज होगी। मोनिका वेकेशन पर जोधपुर आईं थी। सिटी भास्कर से बात करते हुए उन्होंने अपनी जर्नी के बारे में बताया। मोनिका ने बताया, राजस्थान में रैंप मॉडलिंग में कई प्राइज और टाइटल हासिल करने के बाद करीब चार साल पहले बड़ा सपना लिए जब मैं मुंबई रवाना हुई तो फैमिली का सपोर्ट मेरे साथ था। यह 2015 की बात थी। पैरेंट्स ने भाई मनोज आचार्य के साथ मुझे मुंबई भेजा। वहां यशराज फिल्म, बालाजी प्रोडक्शन हाउस में कई ऑडिशन और लुक टेस्ट दिए लेकिन 6 महीने तक कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला। खुद को अकेला महसूस करते हुए उदास रहने लगी। मैं निराश होने लगी थी और वापस जोधपुर लौटने का मन बना लिया था लेकिन मेरे मम्मी-पापा मेरा हौसला बढ़ाते रहे। पापा ने यहां से जॉब छोड़ दी और मम्मी को लेकर मुंबई ही शिफ्ट हो गए। उन्होंने ही मेरी हिम्मत बंधाई और मुझे फिर से कोशिश करने के लिए प्रेरित किया। मैंने फिर कोशिश की और ऑडिशन देने लगी। बस साउथ की एक मूवी में काम करने का मौका मिला। फिर सीरियल्स के ऑफर आने लगे। मोनिका ने बताया, हाल ही में "परमावतार कृष्ण' में अपना शेड्यूल पूरा किया गया है और जल्द ही "कहत हनुमान जय श्रीराम' में नजर आएंगी। इस में वे हनुमान की काकी का किरदार निभा रही हैं।
मोनिका की मां ललिता ने बताया, बचपन से ही इसे एक्टिंग तो था लेकिन यह सुबह 9 बजे से पहले उठ नहीं पाती थी। अब तो हालत यह है कि मुंबई में यह सुबह 5 बजे उठकर जिम चली जाती है और खुद की बॉडी मेंटेन करने पर भी पूरा ध्यान दे रही है। उसके पिता सूरज ने बताया कि जब यह महसूस हुआ कि मुंबई की भागदौड़ में बेटी अकेलापन महसूस कर रही है और उसे हमारी जरुरत है तो भला सोचना क्या? बस सब कुछ छोड़ कर उसके पास ही चले गए ताकि वह अपने सपने पूरे कर सके।
मेरा हौसला बढ़ाने के लिए सब छोड़कर मुंबई आ गए थे मम्मी-पापा